रूस ने हाल ही में पाकिस्तान के साथ एक महत्वपूर्ण व्यापार समझौता किया है, जो भारत के लिए चिंता का विषय बन गया है। इस समझौते के तहत, रूस पाकिस्तान को विभिन्न वस्तुओं, विशेषकर ऊर्जा और कृषि उत्पादों की आपूर्ति करेगा। यह कदम रूस और पाकिस्तान के बीच संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
समझौते की विशेषताएँ:
ऊर्जा सहयोग: समझौते के अंतर्गत, रूस पाकिस्तान को प्राकृतिक गैस और पेट्रोलियम उत्पादों की आपूर्ति करेगा। यह पाकिस्तान के ऊर्जा संकट को कम करने में मदद करेगा।
कृषि सहयोग: रूस ने पाकिस्तान के लिए कृषि उत्पादों की आपूर्ति बढ़ाने की भी योजना बनाई है, जो पाकिस्तान के कृषि क्षेत्र के लिए फायदेमंद हो सकता है।
शहबाज शरीफ का बयान:
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इस समझौते का स्वागत करते हुए कहा, “यह हमारी सरकार की मुरादों को पूरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हम रूस के साथ संबंधों को और मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।” उन्होंने इस समझौते को पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
भारत की प्रतिक्रिया:
भारत ने रूस और पाकिस्तान के बीच इस समझौते को लेकर चिंता व्यक्त की है। भारतीय अधिकारियों का मानना है कि यह सहयोग क्षेत्र में सुरक्षा स्थिति को और भी जटिल बना सकता है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा है कि भारत इस स्थिति पर करीबी नजर रखेगा और अपनी सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाएगा।
रूस का रणनीतिक कदम:
रूस का यह कदम न केवल पाकिस्तान के साथ उसके संबंधों को मजबूत करने के लिए है, बल्कि यह भारत को भी एक संदेश देने का प्रयास है। विशेषज्ञों का मानना है कि रूस ने भारत के साथ अपने पारंपरिक संबंधों के बीच पाकिस्तान को एक वैकल्पिक मित्र के रूप में देखा है, खासकर जब भारत और रूस के बीच रणनीतिक सहयोग में कमी आई है।