दिल्ली: आम आदमी पार्टी (AAP) के मुखिया और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हरियाणा में भाजपा की हालिया जीत और कांग्रेस की हार के बाद पार्टी के नेताओं को चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि पार्टी को इस परिणाम से सबक लेते हुए अति आत्मविश्वास से बचना चाहिए और आपसी विवादों को टालना चाहिए।
राजनीतिक स्थिति पर केजरीवाल की टिप्पणी
केजरीवाल ने कहा कि हरियाणा में भाजपा की जीत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि राजनीतिक माहौल में अचानक परिवर्तन हो सकता है। उन्होंने पार्टी नेताओं से कहा कि वे यह समझें कि चुनावी राजनीति में आत्मसंतोष से बचना बहुत महत्वपूर्ण है। “हमें अपने कार्यकर्ताओं की मेहनत को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और किसी भी स्थिति में आपसी लड़ाई से बचना चाहिए,” उन्होंने कहा।
पार्टी के नेताओं को दी सलाह
केजरीवाल ने पार्टी के सभी स्तर के नेताओं को सलाह दी कि वे एकजुट रहें और अपने आपसी मतभेदों को खत्म करें। उन्होंने कहा, “हमें एकजुटता के साथ काम करने की आवश्यकता है। अगर हम एक-दूसरे के खिलाफ लड़ते हैं, तो यह हमारी राजनीतिक स्थिति को कमजोर कर देगा।”
भविष्य की रणनीतियाँ
इसके अलावा, उन्होंने भविष्य के चुनावों के लिए एक नई रणनीति बनाने पर जोर दिया। केजरीवाल ने कहा कि पार्टी को अब हरियाणा की स्थिति का विश्लेषण करना चाहिए और उसे सुधारने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए। “हमें अपने कार्यकर्ताओं के साथ नियमित संवाद करना चाहिए और उनकी समस्याओं को सुनना चाहिए,” उन्होंने कहा।