यूएन महासचिव एंतोनियो गुटेरेस ने लेबनान में तैनात भारतीय शांति सैनिकों की प्रशंसा की है। उन्होंने कहा है कि भारतीय सैनिकों की प्रतिबद्धता और मेहनत लेबनान में शांति बनाए रखने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
भारतीय शांति सैनिकों की भूमिका
भारत ने संयुक्त राष्ट्र के तहत लेबनान में शांति सैनिकों की एक बड़ी टुकड़ी तैनात की है, जो वहां की स्थिति को स्थिर करने के लिए काम कर रही है। भारतीय शांति सैनिकों ने स्थानीय समुदायों के साथ मिलकर सुरक्षा और विकास कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जिससे स्थानीय लोगों का विश्वास बढ़ा है।
यूएन चीफ का बयान
गुटेरेस ने अपने बयान में कहा, “मैं भारतीय शांति सैनिकों के प्रति आभार व्यक्त करता हूं। उनकी मेहनत और सेवा ने क्षेत्र में स्थिरता लाने में मदद की है। हम जानते हैं कि वे कठिन परिस्थितियों में काम कर रहे हैं, लेकिन उनकी पेशेवरता और निस्वार्थता के कारण लेबनान में शांति का माहौल बना हुआ है।”
इजरायल की स्थिति
हालांकि, इजरायल के सरकार ने अपने क्षेत्र में शांति सुनिश्चित करने के लिए अपने सैनिकों को हटाने की योजना बनाई है। इसके बावजूद, यूएन के विभिन्न प्रतिनिधियों ने इजरायल के इस कदम को लेकर चिंता व्यक्त की है। गुटेरेस ने कहा कि भारतीय शांति सैनिकों की तैनाती बहुत आवश्यक है, खासकर जब क्षेत्र में तनाव बढ़ रहा हो।
क्षेत्र की सुरक्षा
गुटेरेस के बयान ने यह स्पष्ट किया है कि भारतीय शांति सैनिकों की मौजूदगी क्षेत्र की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। उन्हें स्थानीय लोगों के प्रति संवेदनशीलता और सहयोग के लिए सराहा गया है।
निष्कर्ष
लेबनान में भारतीय शांति सैनिकों की सराहना करने वाला यह बयान उनकी सेवा और प्रतिबद्धता का एक संकेत है। यह दर्शाता है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शांति और सुरक्षा बनाए रखने के प्रयासों में भारतीय सैनिकों का योगदान कितना महत्वपूर्ण है।