नई दिल्ली: भारत में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने तीसरी बार सत्ता में वापसी कर ली है, और इस बार सरकार में आंध्र प्रदेश की प्रमुख क्षेत्रीय पार्टी तेलुगु देशम पार्टी (TDP) की अहम भूमिका देखने को मिल रही है। TDP, जो लंबे समय से आंध्र प्रदेश के लिए विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग कर रही है, अब केंद्र सरकार का हिस्सा बनकर इस मुद्दे को और मुखर रूप से उठा रही है।
आंध्र प्रदेश के लिए विशेष राज्य का दर्जा एक पुराना मुद्दा है, जिसे लेकर प्रदेश में राजनीतिक दलों के बीच लंबे समय से संघर्ष जारी है। TDP प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने चुनाव से पहले ही इस मुद्दे को लेकर एनडीए के साथ गठबंधन किया था, और अब सत्ता में आते ही उन्होंने केंद्र सरकार से इस मांग को पूरा करने की दिशा में ठोस कदम उठाने की अपील की है।
नायडू ने कहा, “आंध्र प्रदेश का विकास और यहां के लोगों का भविष्य इस बात पर निर्भर करता है कि प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा मिले। हमने NDA के साथ गठबंधन इसी वादे के साथ किया है कि आंध्र प्रदेश को उसका हक मिलेगा।”
विशेष राज्य का दर्जा मिलने से आंध्र प्रदेश को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने और केंद्रीय सहायता प्राप्त करने में बड़ी मदद मिलेगी। इसके तहत राज्य को अधिक केंद्रीय सहायता, करों में छूट और अन्य आर्थिक रियायतें प्राप्त होंगी, जिससे राज्य के विकास कार्यों को गति मिल सकेगी।
अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि एनडीए सरकार आंध्र प्रदेश के इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर क्या रुख अपनाती है और TDP की इस मांग को कैसे पूरा करती है।
स्रोत: राजनीतिक सूत्र