केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने हाल ही में राजनीति में परिवारवाद पर कड़ी टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि अगर परिवारवाद का चलन जारी रहा, तो राजनीति में प्रतिभा और मेहनत की कोई कीमत नहीं रह जाएगी।
गडकरी का बयान
गडकरी ने कहा, “यदि किसी को राजनीतिक पद पाने के लिए केवल अपने परिवार का सदस्य होना चाहिए, तो हमें इस पर गंभीरता से विचार करना चाहिए। इससे युवा नेताओं को मौका नहीं मिलेगा, और असली प्रतिभा पीछे रह जाएगी।”
परिवारवाद का मुद्दा
उन्होंने परिवारवाद के इस प्रचलन को भारतीय राजनीति के लिए एक बड़ा खतरा बताया और कहा कि इससे राजनीतिक व्यवस्था में सुधार की संभावना कम हो जाती है। उनका मानना है कि राजनीति में योग्य और मेहनती लोगों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
युवा नेतृत्व की आवश्यकता
गडकरी ने युवाओं को राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि नए विचार और दृष्टिकोण लाने के लिए युवाओं को आगे आना होगा, ताकि देश की राजनीति को नया दिशा मिल सके।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
गडकरी के इस बयान पर विभिन्न राजनीतिक दलों से प्रतिक्रिया मिली है। कुछ नेताओं ने उनके विचारों का समर्थन किया है, जबकि अन्य ने इसे राजनीतिक फायदे के लिए दिया गया बयान करार दिया है।
इस मुद्दे पर गडकरी की टिप्पणी ने एक बार फिर से राजनीति में परिवारवाद के खिलाफ चर्चा को तेज कर दिया है। सभी की नजरें अब इस दिशा में होने वाली आगामी चर्चाओं और निर्णयों पर होंगी।