भारतीय पर्यटकों के लिए तरस रहा मालदीव: 50,000 से ज्यादा की संख्या में कमी, चीन समर्थक मुइज्जू के प्रयास हो रहे नाकाम

26 सितंबर 2024: मालदीव, जो लंबे समय से भारतीय पर्यटकों का पसंदीदा गंतव्य रहा है, अब उनके लिए तरस रहा है। ताजा आंकड़ों के अनुसार, 2024 में भारतीय पर्यटकों की संख्या में 50,000 से ज्यादा की भारी गिरावट दर्ज की गई है। यह कमी ऐसे समय में आई है जब मालदीव के नए राष्ट्रपति, चीन समर्थक मोहम्मद मुइज्जू, भारतीयों को आकर्षित करने के लिए हरसंभव कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उनके ये प्रयास अब तक नाकाम साबित हुए हैं।

भारतीय पर्यटकों में आई भारी कमी

पिछले कुछ वर्षों में मालदीव भारतीय पर्यटकों के बीच खासा लोकप्रिय रहा है। अपने खूबसूरत बीच, लक्जरी रिसॉर्ट्स और आसान पहुंच के कारण भारतीय पर्यटक बड़ी संख्या में मालदीव का रुख करते थे। लेकिन 2024 में पर्यटकों की संख्या में आई यह कमी मालदीव के पर्यटन उद्योग के लिए एक बड़ा झटका है।

मालदीव की पर्यटन एजेंसियों का कहना है कि भारतीय पर्यटकों की इस घटती संख्या का सीधा असर मालदीव की अर्थव्यवस्था पर पड़ रहा है। पर्यटन मालदीव के लिए राजस्व का सबसे बड़ा स्रोत है, और भारतीय पर्यटकों की कमी से कई पर्यटन संचालकों को वित्तीय नुकसान का सामना करना पड़ रहा है।

मोहम्मद मुइज्जू की चीन समर्थक नीतियों का असर

मालदीव के नए राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू, जिन्हें चीन का करीबी माना जाता है, ने अपने कार्यकाल की शुरुआत में कई आर्थिक सुधारों और पर्यटन को बढ़ावा देने के उपायों की घोषणा की थी। लेकिन उनकी चीन समर्थक नीतियों के चलते भारतीय पर्यटकों का मालदीव से मोहभंग होता दिख रहा है। मुइज्जू ने चीन के साथ व्यापारिक और आर्थिक संबंधों को प्राथमिकता दी है, जिससे भारत-मालदीव के रिश्तों में खटास आ रही है।

भारतीय पर्यटक, जो पहले मालदीव के पर्यटन उद्योग की रीढ़ माने जाते थे, अब मालदीव के बजाय अन्य अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों की ओर रुख कर रहे हैं। इसका कारण मालदीव में चीन के बढ़ते प्रभाव और भारत के साथ द्विपक्षीय संबंधों में आई खटास मानी जा रही है।

चीन के पर्यटकों पर निर्भरता बढ़ाने की कोशिश

मोहम्मद मुइज्जू के कार्यकाल में मालदीव अब चीनी पर्यटकों पर अधिक निर्भर होता जा रहा है। मुइज्जू ने कई बार चीन के साथ अपने आर्थिक संबंधों को मजबूत करने की कोशिश की है और चीनी पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए नई योजनाएं बनाई हैं। हालांकि, अब तक चीनी पर्यटकों की संख्या में भी वह अपेक्षित वृद्धि देखने को नहीं मिली है।

मालदीव का पर्यटन संकट

पर्यटन क्षेत्र में आई यह गिरावट मालदीव के लिए संकट का संकेत है। पर्यटन मालदीव की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है, और भारतीय पर्यटकों की संख्या में कमी से मालदीव के छोटे व्यापारियों, होटल मालिकों और ट्रैवल एजेंसियों को भारी नुकसान हो रहा है।

भारतीय पर्यटकों के लिए विकल्प तलाश रहे हैं

भारत और मालदीव के बीच राजनीतिक तनाव के चलते भारतीय पर्यटक अब अन्य देशों में अपनी छुट्टियां बिताने की योजना बना रहे हैं। थाईलैंड, इंडोनेशिया, श्रीलंका और सेशेल्स जैसे गंतव्य भारतीयों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं। ये देश मालदीव के मुकाबले अधिक किफायती विकल्प और भारतीय पर्यटकों के लिए बेहतर सुविधाएं प्रदान कर रहे हैं।

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