मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने भारत के साथ संबंधों को मजबूत करने की दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। दोनों देशों के बीच उच्च स्तरीय वार्ता में कई अहम समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए हैं, जिससे द्विपक्षीय संबंधों को नई मजबूती मिलेगी।
समझौतों की मुख्य बातें
- वित्तीय सहयोग: भारत ने मालदीव को आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए 3,000 करोड़ रुपये का करेंसी स्वैप समझौता किया है। इससे मालदीव की वित्तीय स्थिति में सुधार होगा और व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।
- विकास परियोजनाएं: दोनों देशों ने कई विकास परियोजनाओं पर सहमति जताई है, जिनमें बुनियादी ढांचे के विकास और सामाजिक कल्याण कार्यक्रम शामिल हैं। यह मालदीव के लिए विकास के नए अवसर खोलेगा।
- सुरक्षा सहयोग: सुरक्षा के क्षेत्र में भी दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ाने पर चर्चा हुई है। भारत ने मालदीव के समुद्री सुरक्षा में सहायता करने की प्रतिबद्धता जताई है, जिससे क्षेत्र में स्थिरता बनी रहेगी।
राजनीतिक परिवर्तन
मुइज्जू के सत्ता में आने के बाद, मालदीव ने भारत के साथ अपने संबंधों को सुधारने की दिशा में ठोस कदम उठाए हैं। इससे पहले, पिछले प्रशासन के दौरान भारत-मालदीव के संबंधों में खटास आ गई थी। लेकिन अब मुइज्जू ने दोस्ताना रुख अपनाया है, जिससे भारत और मालदीव के बीच एक नई शुरुआत हो रही है।
भारत का रुख
भारत ने मुइज्जू के बदलाव को सकारात्मक रूप से लिया है और मालदीव के साथ अपने संबंधों को मजबूत करने की दिशा में आगे बढ़ने की इच्छा व्यक्त की है। भारत का मानना है कि यह संबंध न केवल दोनों देशों के लिए बल्कि समस्त क्षेत्र के लिए फायदेमंद होंगे।