भारत के भगोड़े इस्लामी उपदेशक जाकिर नाइक ने पाकिस्तान में एक बार फिर से चर्चा का विषय बना दिया है। पाकिस्तान में मौलवियों और नेताओं का एक बड़ा तांता देखने को मिला है, जो नाइक की वापसी के लिए उसे समर्थन दे रहे हैं।
शहबाज सरकार का रुख
पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार ने हाल के दिनों में जाकिर नाइक के प्रति अपने सकारात्मक रुख को स्पष्ट किया है। बताया जा रहा है कि सरकार नाइक के भारत से भागने को लेकर उसे संरक्षण देने के लिए तैयार है, जिससे वह पाकिस्तान में एक सुरक्षित माहौल में रह सके। इस रुख को लेकर कई राजनीतिक और धार्मिक नेताओं ने सरकार की प्रशंसा की है।
मौलवियों और नेताओं का समर्थन
पाकिस्तान के विभिन्न मौलवियों और धार्मिक नेताओं ने जाकिर नाइक का समर्थन करते हुए उसे अपने देश में वापस आने का न्यौता दिया है। उन्होंने नाइक को एक महान विचारक और इस्लामी विद्वान माना है, जो अपनी धार्मिक शिक्षा के लिए जाने जाते हैं। इन नेताओं का कहना है कि नाइक की उपस्थिति पाकिस्तान में इस्लाम की शिक्षाओं को फैलाने में मददगार होगी।
जाकिर नाइक का पाकिस्तान में स्वागत
जाकिर नाइक के समर्थकों का मानना है कि अगर वह पाकिस्तान आते हैं, तो उन्हें देश में एक घर जैसा अनुभव होगा। नाइक की विचारधारा और शिक्षाएं वहां के कई धार्मिक समूहों के लिए आकर्षण का कारण बन सकती हैं।
भारत में विवाद
जाकिर नाइक पर भारत में कई गंभीर आरोप हैं, जिसमें आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप भी शामिल है। भारतीय जांच एजेंसियों ने उन्हें भगोड़ा घोषित कर रखा है, जिसके बाद से वह पाकिस्तान में रह रहे हैं।