“जगन रेड्डी का जवाब: अदाणी समूह से रिश्वत के आरोप बेबुनियाद“
नई दिल्ली / आरती शर्मा – अमरावती। आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने अदाणी समूह द्वारा उनकी सरकार के दौरान बिजली खरीद के लिए अधिकारियों को रिश्वत देने के आरोपों को खारिज कर दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि अमेरिकी अदालत के अभियोग में उनका नाम कहीं भी शामिल नहीं है और यह सब महज अफवाहें हैं।
अदाणी से मुलाकात पर सफाई
जगन रेड्डी ने कहा कि उनके कार्यकाल के दौरान अदाणी से उनकी मुलाकात सामान्य प्रक्रिया का हिस्सा थी। उन्होंने इसे व्यापारिक प्रथाओं का हिस्सा बताते हुए कहा, “व्यापारियों का राज्य के प्रमुख से मिलना असामान्य नहीं है। यह एक सामान्य प्रक्रिया है।”
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सरकारी एजेंसियों का सौदा
रेड्डी ने कहा कि बिजली खरीद समझौता पूरी तरह सरकारी एजेंसियों के बीच हुआ था और इसमें कोई निजी पक्ष शामिल नहीं था। उन्होंने जोर देकर कहा कि उनके या किसी अन्य अधिकारी के रिश्वत लेने की बात न तो कही गई है और न ही इसका कोई प्रमाण है।
अमेरिकी अदालत में आरोपों का खंडन
अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी पर अमेरिकी न्याय विभाग ने आरोप लगाया था कि उन्होंने भारतीय अधिकारियों को अनुकूल सौर ऊर्जा अनुबंधों के बदले 250 मिलियन डॉलर की रिश्वत दी। इस पर अदाणी समूह ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि यह पूरी तरह गलत और आधारहीन हैं।
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जगन रेड्डी ने इन आरोपों को अफवाह बताते हुए कहा कि यह सब साजिश के तहत किया गया है और इससे उनका या उनकी सरकार का कोई संबंध नहीं है।