अयोध्या के दो धार्मिक स्थलों के पर्यटन विकास के लिए 02 करोड़ रूपये की धनराशि स्वीकृत

अयोध्या में पर्यटन सुविधाओं का विकास: धार्मिक स्थलों को संवारने की पहल

पवित्र नगरी अयोध्या में भगवान श्रीराम के विराजमान होने के बाद देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु एवं पर्यटक दर्शनार्थ पधार रहे हैं। यहां लगातार श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि हो रही है। इसे ध्यान में रखते हुए अयोध्या और आसपास के धार्मिक स्थलों पर बुनियादी सुविधाओं के विकास की प्रक्रिया तेज कर दी गई है।

पर्यटन विकास योजनाएं

पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जयवीर सिंह ने बताया कि अयोध्या जनपद के लिए लगभग 2 करोड़ रुपये की दो पर्यटन विकास योजनाएं स्वीकृत की गई हैं। इसमें से 1.20 करोड़ रुपये अवस्थापना सुविधाओं के लिए जारी कर दिए गए हैं।

अबानपुर सरोहा में पर्यटन विकास

अयोध्या के मसूदा विकासखंड के ग्राम अबानपुर सरोहा में ग्रामीण पर्यटन के तहत थीमेटिक गेट एवं पर्यटन सुविधाओं का विकास किया जाएगा। इसके लिए 1 करोड़ रुपये स्वीकृत हुए हैं, जिसमें से 60 लाख रुपये पहले ही जारी किए जा चुके हैं। इस राशि से यात्री शेड, कॉमन टॉयलेट, सैंडस्टोन फ्लोरिंग, स्टोन बेंच, गेट, साइनेज एवं सोलर लाइट जैसी सुविधाएं विकसित की जाएंगी।

प्रदेश के धार्मिक स्थलों पर सुविधाओं का विस्तार

प्रदेश के 75 जनपदों में पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों के आसपास बुनियादी सुविधाओं के विकास को प्राथमिकता दी जा रही है। पर्यटन मंत्री ने कहा कि भगवान राम की नगरी अयोध्या की पवित्र भूमि पर महंत रामदीन दास लगभग 150 वर्ष पूर्व आए थे और यहीं तपस्या की थी। इस वजह से यह स्थान ‘कुटी तपोस्थली’ के रूप में प्रसिद्ध है।

यह धार्मिक स्थल दीपोत्सव, चैत्र राम नवमी, सावन झूला मेला एवं कार्तिक पूर्णिमा मेले के दौरान श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या को आकर्षित करता है।

खिरौनी सुचिता गंज सोहावल का पर्यटन विकास

पर्यटन मंत्री ने बताया कि अयोध्या के नगर पंचायत खिरौनी सुचिता गंज सोहावल के पर्यटन विकास के लिए भी 1 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं, जिसमें से 60 लाख रुपये जारी किए गए हैं। इस राशि से यात्री शेड, शौचालय, इंटरलॉकिंग, पेयजल सुविधा, पोस्ट स्टोन बेंच, साइनेज, सोलर लाइट और सौंदर्यीकरण का कार्य किया जाएगा।

ज्वाला माता मंदिर का धार्मिक महत्व

ज्वाला माता मंदिर एक प्रतिष्ठित धार्मिक स्थल है, जहां हर साल भारी संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं। विशेष रूप से नवरात्रि के दौरान भव्य आयोजन होते हैं, जिससे मंदिर क्षेत्र में श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ जाती है।

पर्यटन मंत्री ने कहा कि पर्यटन सेक्टर में असीमित संभावनाएं हैं और राज्य सरकार अधिक से अधिक पर्यटन स्थलों को पर्यटन मैप पर लाने के लिए प्रयासरत है।

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