भारत ने जमैका को 60 टन चिकित्सीय सहायता भेजी, स्वास्थ्य जरूरतों को पूरा करने में मिलेगी मदद

भारत ने जमैका को 60 टन चिकित्सीय सहायता भेजी, स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करने में मिलेगी मदद

भारत ने जमैका के स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करने और आपदा प्रबंधन की तैयारी में सहायता के लिए शनिवार को लगभग 60 टन आपातकालीन चिकित्सा उपकरण, जनरेटर और अन्य आवश्यक सामग्रियां भेजीं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने इस मानवीय सहायता की जानकारी दी।

उन्होंने अपने आधिकारिक बयान में कहा, “भारत ने जमैका को मानवीय सहायता भेजी है। लगभग 60 टन चिकित्सा उपकरण, जनरेटर और अन्य जरूरी सामग्री का एक कंसाइनमेंट जमैका के लिए रवाना हुआ है। यह सहायता जमैका की स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों को पूरा करेगी, चिकित्सा ढांचे की बहाली में मदद करेगी और आपदा प्रबंधन को मजबूत करेगी।”

भारत-जमैका के गहरे ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध

भारत और जमैका के बीच ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध सदियों पुराने हैं। दोनों देशों के संबंध साझा औपनिवेशिक इतिहास, लोकतांत्रिक मूल्यों और खेल, विशेषकर क्रिकेट के प्रति साझा प्रेम पर आधारित हैं। हाल ही में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण पर जमैका के प्रधानमंत्री एंड्रयू होलनेस ने 30 सितंबर से 3 अक्टूबर तक भारत की आधिकारिक यात्रा की।

नई दिल्ली में द्विपक्षीय बैठक के दौरान, प्रधानमंत्री होलनेस ने विज्ञान, तकनीकी, शिक्षा, सुरक्षा और ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में भारत के साथ सहयोग बढ़ाने की इच्छा जताई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोनों देशों के बीच “साझा इतिहास” का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री होलनेस को भारत का “पुराना मित्र” बताया।

प्रधानमंत्री होलनेस की भारत के प्रति सराहना

प्रधानमंत्री एंड्रयू होलनेस ने भारत की ग्लोबल साउथ (वैश्विक दक्षिण) के देशों के विकास में मजबूत भूमिका की सराहना की। उन्होंने भारत और जमैका के बीच खेलों में सहयोग के अवसरों पर प्रकाश डालते हुए भारत के क्रिकेट कौशल और जमैका की एथलेटिक्स (विशेषकर ट्रैक और फील्ड) में दक्षता को आपसी आदान-प्रदान का महत्वपूर्ण माध्यम बताया।

भारत की यह मानवीय सहायता दोनों देशों के बीच बढ़ते संबंधों को और मजबूत करेगी तथा जमैका के स्वास्थ्य ढांचे और आपदा प्रबंधन को बेहतर बनाने में सहायक सिद्ध होगी।

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