भारत के उद्योगपति रतन टाटा का हाल ही में निधन हो गया, लेकिन उन्होंने अपने पीछे एक विशाल संपत्ति और एक प्रेरणादायक विरासत छोड़ी है। उनके जीवनकाल में, रतन टाटा ने न केवल टाटा समूह को नई ऊंचाइयों पर पहुँचाया, बल्कि समाज सेवा के लिए भी अपनी कमाई का बड़ा हिस्सा दान में दिया।
रतन टाटा की संपत्ति:
रतन टाटा की कुल संपत्ति लगभग $1 बिलियन (लगभग 8,500 करोड़ रुपये) के आस-पास आंकी जाती है। यह संपत्ति उनके परिवार की संपत्ति और टाटा समूह के विभिन्न उद्योगों में उनकी हिस्सेदारी से जुड़ी हुई है। टाटा समूह के अंतर्गत विभिन्न कंपनियाँ शामिल हैं, जिनमें टाटा मोटर्स, टाटा स्टील, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS), और अन्य प्रमुख उद्योग शामिल हैं।
दान में रुचि:
रतन टाटा ने अपने जीवन में हमेशा समाज सेवा को प्राथमिकता दी। उन्होंने अपनी कमाई का एक बड़ा हिस्सा चैरिटी और सामाजिक कल्याण के कामों में लगाया। टाटा ट्रस्ट्स, जो कि विभिन्न सामाजिक कार्यों में संलग्न हैं, रतन टाटा के नेतृत्व में कई परियोजनाओं का संचालन कर रहे थे। उनका मानना था कि व्यवसाय का असली उद्देश्य केवल लाभ कमाना नहीं, बल्कि समाज की भलाई के लिए काम करना भी है।
उदाहरण के तौर पर:
- शिक्षा और स्वास्थ्य: रतन टाटा ने शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में कई परियोजनाओं को समर्थन दिया। उनके नेतृत्व में, टाटा समूह ने कई स्कूलों और अस्पतालों की स्थापना की, जो आज भी लाखों लोगों की सेवा कर रहे हैं।
- महिलाओं का सशक्तिकरण: उन्होंने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए कई कार्यक्रमों का संचालन किया, जिसमें महिलाओं को रोजगार और आत्मनिर्भर बनाने के प्रयास शामिल थे।