“सोलन: सात दिसंबर से शुरू होगा राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन अभियान“
जिला सोलन में सात दिसंबर से राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम शुरू किया जाएगा, जिसका उद्देश्य जिले को क्षय रोग (टीबी) मुक्त बनाना है। अभियान 100 दिनों तक चलेगा और इसमें एक लाख 30 हजार 614 लोगों की मैपिंग की गई है, जो उच्च जोखिम श्रेणी में आते हैं।
अभियान की मुख्य विशेषताएं
- जन भागीदारी पर जोर
अभियान के दौरान जिला, खंड, और पंचायत स्तर पर निक्षय शिविर आयोजित किए जाएंगे। इसके अलावा, निक्षय वाहन पूरे जिले में ग्रामीण स्तर तक लोगों को जागरूक करने और क्षय रोग की जांच के लिए तैनात किया जाएगा। - सुविधाएं और उपकरण
अभियान के लिए एक्स-रे मशीन, वाहन, और अन्य आवश्यक उपकरण उपलब्ध कराए जाएंगे ताकि लक्षित जनसंख्या की जांच और उपचार सुनिश्चित हो सके। - सम्मान और प्रोत्साहन
अभियान को सफल बनाने के लिए उत्कृष्ट कार्य करने वाली आशा वर्करों को सम्मानित किया जाएगा। - मुफ्त उपचार और वित्तीय सहायता
सरकार द्वारा क्षय रोग के नि:शुल्क उपचार के साथ-साथ मरीजों को छह माह तक 1000 रुपये प्रति माह पोषण सहायता के रूप में दिए जाएंगे।
जन आंदोलन बनाने की पहल
उपायुक्त ने कहा कि क्षय रोग का इलाज पूरी तरह सुलभ और प्रभावी है। इस अभियान को जन आंदोलन बनाने के लिए जागरूकता बढ़ाना अनिवार्य है। उन्होंने अन्य विभागों से भी अभियान के सफल क्रियान्वयन के लिए सहयोग की अपेक्षा की।
निक्षय वाहन की भूमिका
निक्षय वाहन के माध्यम से लोगों की स्क्रीनिंग और मशीनी जांच की जाएगी, जिससे क्षय रोग के मामलों की शीघ्र पहचान हो सके।
कार्यक्रम में भागीदारी
कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर नगर निगम सोलन की अतिरिक्त आयुक्त विमला कश्यप, खंड चिकित्सा अधिकारी सायरी डॉ. अजय सिंह, अर्की के खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. तारा चंद, और बद्दी के खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. योगेश सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।
अभियान का उद्देश्य न केवल क्षय रोगियों को उपचार प्रदान करना है, बल्कि इसे जन जागरूकता और सहभागिता के माध्यम से जड़ से समाप्त करना है।